प्रेम में स्वीकार्यता कितनी आवश्यक है इसके बारे उस व्यक्ति से पूछिये जो प्रेम की परिभाषा गढ़ने के समय एक विकल्प की तरह रहा हो। क्योंकि विकल्प से चुनाव तक कि यात्रा में विकल्प बहुत से चुनाव की दहलीज़ पर ठोकर खाकर गिर चुका होता है। उसे हर बार सिर्फ अपनेपन की एक झलक औऱ फिर एक दायित्व का बोध प्राप्त होता है । हालांकि हर बार स्वीकार्यता की परिभाषा…
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