कितने अकेले होते है वो लोग जो प्रेम में होते हुए भी सिर्फ़ इंतज़ार करते है। उनका इंतजार एक बार मुलाकात का होता है एक बार बात कर लेने भर का होता है एक बार देख लेने भर का होता है। मग़र उनकी बेबशी भी देखने लायक होती है वो जिसे चाहता है उसे बार बार कोशिशे करने के बाद एक उम्मीद बांधे रखता है कभी दिन की शुरुआत उसकी ओर से होगी। असल में वो कभी तुम्हारे साथ शुरुआत …
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